कई फिल्मों में दुश्मन का किरदार निभाने वाले सोनू सूद असल ज़िंदगी में लोगों के दिलों में राज़ करते
है। जी हां उनकी कोविड 19 के वक्त चारों तरफ फैली समस्याओं में आगे बड़कर निस्वार्थ प्रेम से मदद
करने वाली गुणवत्ता ने आज उनको सबका सच्चा हीरो बना दिया है। अपने धन का उपयोग सिर्फ़ अपने
जीवन की सुख सुविधाओं में लगाने के अलावा वे अपना धन कई सेवा संघगठन में लगाना उपयुक्त
मानते है।
मानव सेवा शायद उनके जीवन का अमूल्य अंग बन चुका है। क्योंकि अंदर कि भावनाओं की
प्रतिस्पर्धा की ही नहीं जा सकती। ऐसा ही वात्सल्य उन्होंने बिहार की हाल ही जन्मी चहुंमुखी कुमारी पर
भी लुटाया है। दरअसल ये बच्ची 4 हाथ पैर लेकर जन्मी थी उसे जन्म लिए ढाई साल हो गए थे परन्तु
ऐसे शरीर के चलते उसे आगे का जीवन निर्वाह करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता
था और बच्ची के परिवार वाले भी आर्थिक स्थिति से गुज़र रहे थे, तो वहीं अमीरी गरीबी के भेद से
उठकर व इंसानियत की नई परिभाषा को जन्म देते हुए सूद ने उस लड़की का इलाज सर्जरी के माध्यम
से कराकर एक नया जीवन ही मानो उसे दे दिया हो। बुधवार को ये सर्जरी 7 घंटे तक चली जिसके बाद
उसका परिणाम सकारात्मक ही आया परन्तु डॉक्टर्स का कहना है कि बच्ची को बच्ची को अभी कुछ दिन
और अस्पताल में रहना होगा, जिसके बाद स्वयं अभिनेता ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ’ मेरा और
चहुंमुखी का सफ़र सफल रहा’ का कैप्शन देकर अपने ओर दूसरे फैंस की भी दुआएं प्राप्त की, कुछ
लोगों ने तो उन्हें भगवान का अवतार ही समझ लिया है। कुछ ने उन पर गर्व करते हुए ’बेस्ट पर्सन
ऑन अर्थ ’जैसे वाक्य लिखे बहुत ही प्रेम और धन्यवाद से भरे शब्द उनके कॉमेंट बॉक्स में भरते ही जा
रहे हो।
ऐसा नहीं है कि यह प्रेम उन्हें सिर्फ़ आभासी दुनिया में मिलता हो, या वो सिर्फ पृथ्वी राज के ही
चंद्रवरदाई हो इतना कार्य करने के बाद आज हर कोई उन्हें अपना मित्र मानता है। एक ऐसा मित्र जो दूर
रहकर ही सही पर जीवन के दुःख में उनके साथ खड़ा है। चंद्रवरदाई दरअसल एक मित्र का किरदार है
जो हाल ही में उन्होंने सम्राट पृथ्वीराज चौहान फ़िल्म में निभाया है। जिसमें उन्होंने सम्राट के परम मित्र
की भूमिका निभाई थी जिसे वे कई लोगों के जीवन में निभाते आए हैं। जिसमें अक्षय कुमार और मानुषी
छिल्लर ने अहम भूमिका निभाई है और साथ ही ये उनकी प्रथम फ़िल्म होगी जिसमें वे दोनों ही पसंदीदा
अभनेताओं के साथ दिखाई देंगी। भले ही अपने व्यस्त जीवन के चलते वे चहुंमुखी और उसके परिवार से
ना मिल पाए हो पर जल्द ही वे उनसे मिलने का प्रयास अवश्य करेंगे। पैसे कमाने से लेकर लोगों का
प्यार कमाने तक का सफ़र सोनू सूद तय कर चुके हैं। समाज के लोगों से कमाया हुआ पैसा कैसे उन्हीं
पर सही तरह से लगाने की तरकीब या सेवा करना अगर किसी को सीखनी है तो सोनू सूद से बेहतर
कोई अन्य नहीं हो सकता।