इसके अलावा वे अब मुंबई में कुछ ऐसा करने वाले हैं, जिसकी कल्पना अभी तक किसी ने भी नहीं की थी, दरअसल, वे वंचित पृष्ठभूमि से आने वाले अभिनेताओं के लिए मुंबई में वन स्टॉप सेंटर शुरू करने वाले हैं। जिसकी ख़बर अभिनेता ने स्वयं दी है और उन्होंने बताया की इसमें मुफ्त विशेष पाठ्यक्रम होंगे, जिससे आने वाले अभिनेताओं को कोई समस्या न हो। अभिनेता ने स्वयं कहा बॉलीवुड में पैर ज़माने की उम्मीद रखने वालों को केंद्र में अच्छा प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे उनके कौशल में वृद्धि होगी। अभिनेता ने अपने अनुभवों को याद करते हुए कहा की “मैंने कई लोगों को देखा है जो मुंबई आते हैं और जीवित तक नहीं रह पाते” इसलिए मैं अभिनय और फ़िल्म स्कूलों से हाथ मिलाऊंगा, ताकि वे अभिनय कक्षाओं, कैमरा प्रशिक्षण और अन्य तकनीकी कार्यशालाओं का लाभ उठा पाए। इस केंद्र में छात्र सेट पर आ सकते हैं और शूटिंग को देखकर उसके बारे में जान सकते हैं।
इससे ऐसी पहुंच मिलेगी जो एक नवयुवक को नहीं मिल सकती है, यह उन लोगों के लिए है जो छोटे कस्बों से आते हैं। हमारे पास यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी स्क्रीनिंग होगी की फायदा सिर्फ़ जरोरतमंदो को ही मिले। उम्मीद है केंद्र इसी वर्ष अक्टूबर या नवंबर तक खुल जाएगा, खबरों की मानें तो अभिनेता की टीम ने जमीनी कार्य शुरू कर दिया है। उम्मीदवार सोशल मीडिया, सूद के केंद्र, एनजीओ सूद चैरिटी माध्यम से टीम से संपर्क कर सकते हैं। अभिनेता ने अपने संघर्ष भरे दिनों को याद करते हुए बोला की सबसे कठिन कार्य आवास प्राप्त करने का होता है। मेरे समय पर किसी ने भी इसका मार्गदर्शन नहीं किया था, पर में और की मदद करूंगा इसलिए आवास की व्यस्था केंद्र ही करेगा।
इस आवास से आकांक्षी कलाकारों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। जिससे बड़े शार्क उन मासूमों का फायदा न उठा पाए और उनका मुकाबला करना भी ज़रूरी है और वे बोले की अब वे सक्षम सभी की मदद करने के लिए। ऐसा कोई काम सूद पहली बार नहीं कर रहे है। बल्कि वे बहुत ऐसे कार्य करते आए हैं, सूद को अपने जीवन का सार ज़रूरतमंदों की मदद करने में ही दिखाई देता है। वे सचमुच अलग है, इतने ऊपर उठकर नीचे वालों के लिए सोचना, कोई निस्वार्थ आदमी ही सोच सकता है।