- Advertisement -
अभिनेता सोनू सूद 1998 में अपनी जेब में सिर्फ़ 5500 रुपए लेकर मुंबई आए थे। जिसके बाद उनका जीवन सरल नहीं रहा, अन्य संघर्ष कर रहे लोगों के साथ वे अपना अपार्टमेंट साझा करते थे। इसके अलावा अपने जीवन काल में उन्होंने न जानें कितने ऑडिशन दिए हैं तब जाकर वे इतने ऊपर उठ पाए हैं। आज अच्छी तरह से उन्होंने ख़ुद को हिन्दी सिनेमा में स्थापित कर लिया है, पर उनकी कहानी के पीछे के स्ट्रगल ने उन्हें आज भी धरती से जोड़े रखा है। शायद उनके लोगों के प्रति निस्वार्थ प्रेम का एक कारण यह भी है, सभी जानते हैं कैसे सूद ने महामारी के समय लोगों की मदद की थी और कई लोगों को तो ये जीवन दान भी दे चुके हैं।
- Advertisement -