फ़िल्म लाइगर जब तक सिनेमाघरों में नहीं आई थी तब तक इसके सफल होने के चांसेज बहुत नज़र आ रहे थे, जिसके पीछे का कारण था दर्शकों का विजय के लिए प्यार और उनकी एक्टिंग के पीछे का पागलपन। अर्जुन रेड्डी से उनको बहुत प्यार मिला था, लोगों ने उसके बाद से उनको भरपूर सपोर्ट किया है। वे साउथ के अभिनेता ज़रूर है पर उनकी फॉलोइंग देश भर में है, इसलिए इस बार फ़िल्म लाइगर से हो रहे उनके बॉलीवुड डेब्यू से भी सब बहुत खुश थे। सब चाहते थे की वे अपना नाम और ऊपर लेकर जाए और ख़ूब आगे बड़े, इसमें किसी का कोई स्वार्थ नहीं था। पर विजय ने शायद इस चीज़ की क़ीमत को नहीं समझा और उनके घमंड भरे स्वभाव ने प्रमोशन दौरान अपनी छवि को और बनाने की बजाय बिगाड़ लिया।
जिसका परिणाम अब उनकी फ़िल्म पर दिखाई दे रहा है, अनन्या पांडे के साथ बनाई फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर तो धीरे-धीरे ही कमा पा रही है। वहीं दूसरी ओर imdb पर फ़िल्म को 10 में से 1.6 की रेटिंग मिली है, जो खबरों की माने तो लाल सिंह चड्डा और दोबारा से भी नीचे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक लाल सिंह चड्डा को imdb पर 10 में से 5 की रेटिंग मिली तो रक्षाबंधन को भी 4.6 की रेटिंग मिली। पर इन सब में सबसे कम रेटिंग लाइगर को मिली है, जिससे करण जौहर बहुत ख़फ़ा है। क्योंकि फ़िल्म दोबारा को भी लाइगर से ज़्यादा रेटिंग का लाभ मिला है उसे 2.4 अंक मिले है। बता दें की फ़िल्म रिलीज़ के पहले विजय ने ट्रोलर्स को बहुत बड़ा जवाब दिया था,
उनका मानना था कि उनकी फ़िल्म 300 करोड़ तो आराम से कमा लेगी। जिसके मानते उन्होंने बॉयकॉट ट्रेंड से सम्बंधित चीजों को नजरंदाज कर अपना एटीट्यूड जारी रखा। जो की उनके फॉलोअर्स तक को अच्छा नहीं लगा, कुछ का कथन तो ये भी था कि वे अन्य बॉलीवुड अभिनेताओं के जैसे बनने की कोशिश कर रहे हैं। फ़िल्म को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुए 6 दिन हो चुके हैं। पर बहुत जोश भरे रिस्पॉन्स सामने नहीं आ रहे हैं, जैसे एक फ़िल्म के बहुत पसंद किए जाने पर आते हैं। खबरों के हिसाब से तो फ़िल्म रोज़ गिरी है, आखरी दिन फ़िल्म लगभग 60% से गिरी थी।
ऐसे में अभिनेता को एक कठिन समय से निकलना पड़ रहा है, आमिर तो अपनी फ़िल्म को ओटीटी पर बेचने की सोच रहे है, अब करण जौहर और टीम के रिएक्शन का इंतज़ार किया जाएगा। अगर विजय अपने बर्ताव को काबू में रख पाते तो शायद परिणाम कुछ और होता, बाकी फ़िल्म की कहानी को क्रिटिक्स के मुंह से भी सुना जाता है। तो अब इस फ़िल्म पर क्रिटिक्स क्या कहते हैं इसका अनुमान नहीं लगा सकते, बाकी दर्शकों ने तो विजय का साथ इस बार नहीं दिया। इसके अलावा उनके 300 करोड़ कमाने वाले वाक्य ने मुंबई के सिनेमाघरों के मालिकों को भी दुविधा में डाल दिया है। और वे भी विजय की इस प्रक्रिया से खफा है।