बॉलीवुड की फ़िल्मों के खिलाफ़ बॉयकॉटकैंपेन काफ़ी दिनों से चल रहा है। जिसमें सबसे ज़्यादा विरोध स्टार किड्स का हो रहा है। सुशांत सिंह की मृत्यु के समय से ही लोग बॉलीवुड के काले दृश्य से ख़फ़ा हैं। जिसका रिएक्शन अब हो रहे विरोध के माध्यम से देखा जा सकता है। कोविड के बाद से बहुत कम ही फ़िल्में हैं जो जमकर कुछ कर पाई है, पहले तो फिर भी फ़िल्म लोगों को पसंद आती थी। पर अब वह जगह भी साउथ के एक्टर्स लेते जा रहे है और लोग अपना इंटरेस्ट बॉलीवुड फ़िल्मों से हटाते जा रहे है। बता दें फ़िल्म लाल सिंह चड्डा का विरोध भारत में बहुत बड़े स्तर पर हो रहा है, जिसके बाद अब फ़िल्म पठान भी अगले नंबर पर लग चुकी है।
हालंकि अब तक किसी अभिनेता ने इस पर कुछ नहीं बोला पर अर्जुन कपूर ने इस पर जैसे ही कुछ बोला तो वहीं उनकी ट्रोलिंग भी शुरू हो गई। उन्होंने ऐसा कहा कि हमने बॉयकॉट ट्रेंड पर शांत रहकर गलती की है और ये हमारी शालीनता थी कि हमने कुछ नहीं बोला, पर अब इसका फायदा उठाया जा रहा है, जो ग़लत है और इसके खिलाफ अब बॉलीवुड के लोगों को एक होना पड़ेगा और कुछ करना होगा। लगातार नई गाड़ी पर कीचड़ उछाली जाएगी तो वह भी अपनी चमक खो देगी। पिछले कुछ सालों से हमने इससे मुंह मोड़ रखा था और इसे बहुत देर झेल भी लिया है।
इन शब्दों के बाद अर्जुन कपूर अब चपेटे में आ चुके हैं उनकी ट्रोलिंग शुरू हो गई है लोगों ने ये कहना शुरू कर दिया है कि उन्होंने हिट से ज़्यादा फ्लॉप फ़िल्में सिनेमा को दी है और ये कहकर मज़ाक भी बनाया है कि उनकी फ़िल्म को फ्लॉप होने के लिए किसी बॉयकॉट ट्रेंड की ज़रूरत नहीं है। साथ ही उनके शब्द ने बॉलीवुड पर और प्रेशर बना दिया है, क्योंकि उन्होंने तो कह दिया पर अब इसका प्रभाव आने वाली फ़िल्मों पर पड़ सकता है। लोगों ने ये तक कह दिया है कि अर्जुन कपूर की फ़िल्म गुंडे भी साथ में रनवीर सिंह की वज़ह से हिट हुई थी और अकेले के कोई भी फ़िल्म उनकी अब तक सुपरहिट नहीं बन पाई है। अर्जुन के शब्द उन्हें ही भारी पड़ रहे है, क्योंकि बॉलीवुड से नाराज़ फैंस अब ये तक बोल रहे है कि अर्जुन की पहचान उनकी गर्लफ्रेंड मलाइका अरोरा से है।
साथ ही वह इतने प्रॉमिसिंग एक्टर भी नहीं है इस बात के चर्चे पूरे सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे है और ये भी पूछ रहे है, जब द कश्मीर फाइल्स का बॉयकॉट ट्रेंड चल रहा था तब वे कहां थे, अब जब बात उनके निजी स्वार्थ पर चल रही है तब उनको अचानक पूरे बॉलीवुड की चिंता सता रही है और लोग इसके सुझाव में यह कह रहे है कि पहले उनको नेपोटिज्म से जुड़े सभी लोगों को एकजुट कर नए टैलेंट्स को आगे लाने में मदद करनी चाहिए। जिससे कोई भी बॉलीवुड को हमेशा के लिए छोड़कर न जाए। पर इस बात को अर्जुन को बोनी कपूर का बेटा होकर नहीं एक रीयल आर्टिस्ट की तरह सोचनी होगी।