जैसा कि हम सभी जानते हैं कि साक्षी मालिक और बजरंग पूनिया ने भारत को 2 गोल्ड मेडल दिलवा दिए हैं। पर इन दोनों के अलावा दीपक पूनिया भी अब इस सूची में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने पाकिस्तान के मोहम्मद इनाम को 86 कैटेगरी में 3–0 से हराकर गोल्ड भारत के नाम करवा दिया है। जो भारत के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, पूरे विश्व में भारत की चर्चा होना ये बात अपने आप में बहुत सराहनीय और अतुलनीय है। भारत के तीसरे गोल्ड की ख़ुशी की तुलना किसी अन्य के साथ की ही नहीं जा सकती।
ये पूरे देश की एक बड़े स्तर पर जीत हुई है। पूरा देश एक साथ जीता है, इस बात में कोई दोहराई नहीं है। बता दें दीपक ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड के मैथ्यू ओक्सेनहैम को तकनीकी दक्षता के आधार पर 10–0 से हराया। दीपक ने यह मैच 1 मिनिट 33 सेकंड में अपने नाम किया। जिसके बाद सेमीफाइनल में उन्होंने कनाडा के अलेक्जेंडर मूर को 3–1 से हराया और ये मैच पूरे 6 मिनिट तक चला। जिसके बाद फाइनल में उन्होंने मोहम्मद इनाम को हरा कर अपना पहला गोल्ड अपने नाम करवा लिया। हालंकि इससे पहले भी दीपक ने 2019 में वर्ल्ड चैंपियनशिप सिल्वर मेडल जीता था और इसके अलावा वर्ल्ड जूनियर रेसलिंग चैंपियनशिप 2018 में सिल्वर और 2019 में गोल्ड हासिल किया था। एशियन चैंपियनशिप में भी दीपक के नाम 2 सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल है।
पर इन सब के बीच एक हार का सामना भी उन्होंने किया था, जब वे टोक्यो ओलंपिक में थे तब उन्हें आखरी 30 सेकंड में सैन मारिनो के माइल्स अमीने ने हरा दिया था। पर पाकिस्तान के खिलाफ हुई इस जीत से आज पूरा देश उनको जानने लगा है। ये नाम पहले भले ही इतना न उठा हो पर अब स्पोर्ट्स के पहलवानी क्षेत्र में इनका नाम हमेशा के लिए दर्ज हो चुका है। सभी जानते हैं भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को कि कैसे एक छोटी-सी चुनौती दोनों देश में चिंगारी पैदा कर सकती है। ओर हर बार खेल कोई भी हो अगर वह पाकिस्तान के खिलाफ है तो उसको एक अलग दिशा से देखा जाता है। तो उसमें भारत की जीत होना एक सफल देश की ओर संकेत करता है।
जिससे भारत का बच्चा-बच्चा वाकिफ है। भारत में भी सबसे ज़्यादा गौरवान्वित महसूस कर रहा है हरायणा क्योंकि दीपका पूनिया का जन्म वहां के झज्जर डिस्ट्रिक्ट में ही हुआ था। तो वहां खुशियों की अलग लहर दौड़ी हुई है और आज हमारे देश के पास कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में 61 मेडल्स आ चुके हैं। जिसमें 22 गोल्ड, 16 सिल्वर और 23 ब्रोज़ मेडल है। भारत ने कई देशों को पछाड़कर अपने आप आगे लाकर खड़ा कर दिया है। जिसमें दीपक पूनिया भी शामिल है, अपने जोश और लगन से सबकी नज़रों में बढ़ता देश भारत, पुनः अपनी स्थापना कर चुका है।